
शिक्षा के जेवर से खुद को सजाना जरूरी : शिल्पी नेहा तिर्की
लापुंग में कार्तिक सोहराई जतरा 2025 का शुभारंभ


कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने फीता काटकर किया उदघाटन
रांची : बदलते हुए दौर में अगर लड़ाई को जीतनी है तो तीर-धनुष ही नहीं शिक्षा और ज्ञान की जरूरत है। शिक्षा जैसे जेवर से युवाओं को खुद को सजाना होगा। शुक्रवार को ये बातें कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहीं। वे सरसा लापुंग में कार्तिक सोहराई जतरा के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं।
शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि पुरखों के इस धरोहर को संरक्षित रखने में समाज का बड़ा योगदान है। आदिवासी – मूलवासी समाज ने अपनी एकजुटता से ऐतिहासिक परंपरा और संस्कृति को जीवंत रखने में सफलता पाई है।
ये आयोजन आपसी प्रेम – भाईचारगी , सुख – दुख को साझा करने के साथ मेहमानों के सत्कार का माध्यम भी है। मंत्री ने कहा कि पुरखों की इस विरासत को बचाने की जिम्मेवारी आज युवा पीढ़ी के कंधों पर है।
कृषि मंत्री ने कहा कि आज किसानों के लिए बीज से लेकर ट्रैक्टर और सोलर पंप सहित अन्य योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए गांव के लोगों को आगे आना होगा।
साथ ही सरकार की योजनाओं को अपनाना होगा। इस मौके पर संतोष तिर्की, नकुल सिंह, सत्येंद्र भगत, फुलमनी देवी, प्रकाश राम, बसंत मिंज और अरविंद तिवारी सहित समिति के पदाधिकारी मौजूद थे।



