
इंटरव्यू पत्रकारिता की रीढ़ है


झारखंड जर्नलिज्म अवार्ड 2025 में पत्रकारों को किया गया सम्मानित, वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवास को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
रांची : आप पसंद करें या न करें, तकनीक के असर से बच नहीं सकते। अगर आपमें इनोवेट करने की क्षमता है तो पत्रकारिता में अवसरों की कोई कमी नहीं हैं। झारखंड जर्नलिज्म अवार्ड 2025 में बतौर मुख्य अतिथि ये बातें राज्यसभा के उपसभापति और वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश नारायण सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि आनेवाले वर्षों में अखबारों के स्वरुप में बदलाव आयेगा और वे पहले जैसे नहीं रहेंगे।
अपने साथ काम कर चुके पत्रकार साथियों और कार्यक्रम में सम्मानित होनेवाले पत्रकारों के संबंध में भी उन्होंने बातें रखीं, अवार्ड समारोह में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित होनेवाले वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवास के संबंध में उन्होंने कहा कि उन्हें यह अवार्ड नहीं भी मिलता तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। उनके साथ मुझे साढ़े 11 वर्षों तक काम करने का मौका मिला।
वे तथ्यों के प्रति सचेत और अपनी बातें स्पष्टता से कहनेवाले व्यक्ति हैं, भागलपुर दंगों की जो रिपोर्टिंग उन्होंने की थी वो पढ़े जाने लायक है। वरिष्ठ पत्रकार शकील अख्तर के संबंध में उन्होंने कहा कि वे गवर्नेंस को समझते थे, और पर्दे के पीछे रहकर काम करनेवाले व्यक्ति थे। वहीं, वरिष्ठ छायाकर मानिक बोस के संबंध में कहा कि कैमरा उनकी ताकत है और वे फोटो में जीते हैं।
कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार पद्मश्री बलबीर दत्त ने कहा कि एआई के इस युग में पढ़ने का रिवाज खत्म होता जा रहा है, लोग सोचना बंद कर रहे हैं, पर एआई पर निर्भरता ठीक नहीं है। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार वैद्यनाथ मिश्र ने कहा कि जिन पत्रकारों का अवार्ड के लिए चयन किया गया है, उनका चयन बेहद कठिन काम था, पर जब बिनाका गीतमाला शुरू हो रही थी तो मैंने सोचा कि क्यों न भूले बिसरे गीत से शुरू किया जाए।
उन्होंने कहा कि संपादकीय गुजरती घटनाओं की सरसरी व्याख्या है। मैंने बलबीर जी से संपादन सीखा तो हरिवंश जी से सीखा कि कैसे अखबार चलाना चाहिए। कार्यक्रम में विधानसभाध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने घोषणा करते हुए कहा कि विधानसभा की ओर से एक उत्कृष्ट पत्रकार को सम्मानित किया जायेगा। अवार्ड समारोह में वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवास ने कहा कि जो छिपाया जाए वो खबर है, बाकी सब पीआर है।
कार्यक्रम में राज्य के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि वित्त मंत्री का काम मैथमैटिक्स पर आधारित होता है पर लंबे अरसे में मेरी धारणा बनी है कि यदि झारखंड में गणित और साहित्य एक हो जाएं तो झारखंड निर्माण का मकसद पूरा हो जायेगा।
कार्यक्रम को रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुरेंद्र लाल सोरेन और आरबीएस वैदिक ट्रस्ट के नित्यानंद शुक्ला ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मंच संचालन पत्रकार अरविंद ने किया। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार सुनील बादल की पुस्तक इंटरव्यू कैसे करें का भी विमोचन मंचासीन अतिथियों ने किया।
इनको पत्रकारों को मिला अवार्ड
श्रीनिवास, शकील अख्तर, सोनाली दास, माणिक बोस, राकेश तिवारी, राजकुमार सिंह, गौरी रानी



