
रांची : झामुमो के केंद्रीय सदस्य डॉ तनुज खत्री ने भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाह देव के “टेंडर घोटाले” के आरोपों को बिना तथ्य का और पूरी तरह भ्रामक बताया है।


डॉ तनुज खत्री ने कहा कि भवन निर्माण विभाग सहित झारखंड सरकार के सभी विभागों में टेंडर प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी, नियमबद्ध और डिजिटली मॉनिटर की जाती है। टेंडर जारी करने से पहले तकनीकी स्वीकृति, प्रशासनिक स्वीकृति और वित्तीय स्वीकृति जैसे कई चरण पूरे किए जाते हैं। इसके बाद ही टेंडर जारी किया जाता है, जिसमें कार्य का नाम, स्थान और अनुमानित राशि (Estimated Cost) स्पष्ट रूप से दर्ज होती है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश और दुनिया में बिना Estimated Cost के कोई टेंडर जारी नहीं होता। भाजपा प्रवक्ता शायद अपनी ही पूर्ववर्ती सरकारों की प्रक्रिया से परिचित हैं, जहाँ बिना अनुमानित राशि के टेंडर निकलवाने का खेल होता होगा। आज की पारदर्शी ई-टेंडरिंग प्रणाली में ऐसा संभव ही नहीं है।
डॉ तनुज ने कहा कि भाजपा प्रवक्ता को इस प्रक्रिया की कोई जानकारी नहीं है, और वे अज्ञानतावश जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। उनका बयान मूर्खतापूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना है। उन्होंने बिना किसी प्रमाण के टेंडर घोटाले का “अनुमान” लगाया है, जबकि शासन-प्रशासन अनुमान से नहीं, बल्कि तथ्यों और प्रक्रिया से चलता है।
डॉ तनुज ने कहा कि भाजपा के पास न कोई दस्तावेज़ है, न तथ्य -सिर्फ झूठ और प्रचार है। झारखंड में अब घोटाले नहीं, बल्कि विकास की निविदाएं निकल रही हैं। भाजपा को राज्य में तेज़ी से हो रहे विकास कार्यों से परेशानी है, इसलिए वह हर सरकारी प्रक्रिया पर झूठ का रंग चढ़ाने की कोशिश कर रही है।अंत में, डॉ तनुज ने कहा कि भाजपा के आरोप हवा में हैं, और झारखंड सरकार का काम ज़मीन पर है।


