
सम्राट, विजय और तेजस्वी समेत कई चर्चित चेहरों के भाग्य का होगा फैसला


पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में राज्य की 121 सीटों के लिए गुरुवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोट डाले जायेंगे।इन विधानसभा क्षेत्रों के 3.75 करोड़ मतदाता 45,351 बूथों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर इन सीटों पर खड़े 1314 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे।
पहले चरण के मतदान में राज्य के कई प्रमुख नेताओं के भाग्य का फैसला होगा। इनमें दोनों उपमुख्यमंत्री सहित राज्य के 16 मंत्री और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता शामिल हैं। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तारापुर से, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा लखीसराय से और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव राघोपुर से चुनावी मैदान में हैं।स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय सीवान से, पथ निर्माण मंत्री नितिन नबीन बांकीपुर से, जाले से नगर विकास मंत्री जीबेश मिश्रा, दरभंगा से राजस्व मंत्री संजय सरावगी और कुढ़नी से पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
जबकि साहेबगंज से पर्यटन मंत्री राजू कुमार, अमनौर से सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू, बिहारशरीफ से पर्यावरण मंत्री सुनील कुमार, बछवाड़ा से खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता, सरायरंजन से जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, नालंदा से ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, बहादुरपुर से समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, कल्याणपुर से सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी, सोनबरसा से मंत्री रत्नेश सदा मैदान में हैं।
इनमें भाजपा कोटे के 11 तो जदयू कोटे के 5 मंत्री शामिल हैं। पहले चरण की इन सीटों पर औसतन 11 उम्मीदवार प्रति सीट मैदान में हैं। मुजफ्फरपुर और कुढ़नी में सबसे अधिक 20–20 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि भोरे, परबत्ता और अलौली में सबसे कम 5–5 उम्मीदवार मैदान में हैं।
पहले चरण में कई हाई-प्रोफाइल सीटों पर मुकाबला दिलचस्प होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस चरण में 25 सीटों पर भाजपा और राजद के बीच सीधी टक्कर होगी। वहीं 12 सीटों पर भाजपा बनाम कांग्रेस। 34 सीटों पर जदयू और राजद आमने-सामने है। 11 सीटों पर जदयू बनाम कांग्रेस। 14 सीटों पर लोजपा (रा) मैदान में है, जिनमें से 12 पर राजद से सीधा मुकाबला होगा। वहीं भाकपा-माले की जदयू से 7, भाजपा से 5 और लोजपा (रा) से 2 सीटों पर भिड़ंत होगी। वीआईपी पार्टी 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही है इनमें 3 पर भाजपा और 1 पर जदयू से मुकाबला है। माकपा और भाकपा भी कुछ सीटों पर चुनावी मैदान में हैं, जिससे मुकाबला और रोचक बन गया है।
एनडीए की ओर से भाजपा के 48 उम्मीदवार जबकि जदयू के 57, लोजपा (रा) के 14 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के दो प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला होना है। जबकि महागठबंधन की ओर से इस चरण में राजद के 73, कांग्रेस के 24, भाकपा- माले के 14, वीआईपी के पांच, माकपा के तीन और भाकपा के पांच सहित इंडियन इंकलाब पार्टी (आईआईपी) के तीन उम्मीदवारों का भविष्य मतदाता तय करेंगे।
पहले चरण के मतदान में कई पार्टियों के अध्यक्षों के भी भविष्य तय होंगे। इनमें जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा महनार से चुनावी मैदान में हैं, जबकि रालोमो के अध्यक्ष मदन चौधरी पारू से और आईआईपी के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता सहरसा से चुनावी मैदान में हैं। इनके अलावा इस चरण के चुनाव में कई चर्चित चेहरों के राजनीतिक भविष्य भी तय होंगे।
इनमें लोकगायिका मैथिली ठाकुर, शत्रुघ्न कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव, पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा, सीवान के बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब, परसा से पूर्व सीएम दारोगा राय की पोती करिश्मा राय शामिल हैं। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच है। हालांकि ,कई क्षेत्रों में जन सुराज और एआईएमआईएम ने भी पूरा जोर लगाया है।


